परमानंदपुर पंचायत में वीआईपी नेता संजीव मिश्रा का जनसंपर्क अभियान,
बोले – “अब गांव की सरकार गांव के लोगों के हाथ में होनी चाहिए”

विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पनोरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक श्री संजीव मिश्रा ने रविवार को बसंतपुर प्रखंड के परमानंदपुर पंचायत में एक सघन जनसंपर्क अभियान चलाया
। इस दौरान वे पंचायत के वार्ड संख्या 01 से लेकर वार्ड 08 तक विभिन्न टोलों और गांवों में पहुंचे, जहां उन्होंने आमजन से संवाद कर उनकी समस्याओं को न केवल सुना बल्कि समाधान का भरोसा भी दिलाया।
गांव-गांव जाकर लिया जनजीवन की समस्याओं का जायजा
श्री मिश्रा का यह जनसंपर्क अभियान पूरी तरह जनकेंद्रित रहा, जिसमें उन्होंने न तो मंच सजवाया और न ही भाषण दिया। वे सीधे आमजन के बीच पहुंचे, ग्रामीणों से बातचीत की और उनसे पूछा –
> “आपकी सबसे बड़ी समस्या क्या है? और अभी तक किसे आपने चुना, और क्यों वह आपकी अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरा?
”
ग्रामीणों ने खुलकर अपनी बातें रखीं। अधिकांश ने सड़क, बिजली, पानी, रोजगार, स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा व्यवस्था को लेकर नाराजगी जाहिर की। कुछ ने यह भी कहा कि नेता केवल चुनाव के समय आते हैं, बाद में उनसे संपर्क तक नहीं हो पाता।
बदलाव की जरूरत पर जोर, युवाओं को दी विशेष भूमिका निभाने की सलाह
श्री संजीव मिश्रा ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा –
> “आज की राजनीति को बदले बिना समाज की स्थिति नहीं बदलेगी। हमें उस दौर की ओर जाना है, जहां जनता प्रतिनिधि को अपने सेवक के रूप में देखे, राजा के रूप में नहीं। आपके गांव की सरकार आपके ही बीच के लोगों के हाथ में होनी चाहिए।”
उन्होंने युवाओं से आगे आकर गांव में शिक्षा अभियान, स्वास्थ्य जागरूकता, और बेरोजगार रजिस्टर जैसे नवाचारात्मक कदम शुरू करने की अपील की।
परमानंदपुर के लिए विकास का खाका रखा सामने
संजीव मिश्रा ने परमानंदपुर पंचायत के लिए कई ठोस योजनाएं रखने की बात कही, जिनमें शामिल हैं –
हर वार्ड तक पक्की सड़क और जलनिकासी व्यवस्था
पंचायत स्तर पर डिजिटल शिक्षा केंद्र की स्थापना
स्वास्थ्य उपकेंद्र की सुविधा 24×7 उपलब्ध कराना
स्थानीय स्तर पर महिला स्वयं सहायता समूह को आर्थिक मदद
युवाओं के लिए स्पोर्ट्स क्लब एवं लाइब्रेरी की स्थापना
उन्होंने कहा कि यह काम कोई असंभव कार्य नहीं, अगर जनता संगठित होकर सही नेतृत्व चुने तो विकास की बुनियाद अगले पांच वर्षों में ही मजबूत हो सकती है।
महिलाओं ने रखा भरोसा, बुजुर्गों ने दिया आशीर्वाद
जनसंपर्क अभियान के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं भी बाहर आईं और उन्होंने अपनी तकलीफें साझा कीं— खासकर राशन वितरण में धांधली, पेंशन की अनियमितता, और शौचालय जैसी योजनाओं में भ्रष्टाचार को लेकर। श्री मिश्रा ने महिलाओं को भरोसा दिलाया कि वीआईपी की नीति महिला-सशक्तिकरण को प्राथमिकता देती है और पंचायत में उन्हें निर्णायक भूमिका मिलेगी।
बुजुर्गों ने आशीर्वाद देते हुए कहा कि वर्षों बाद कोई ऐसा जनप्रतिनिधि आया है जो सिर्फ वोट नहीं, भरोसा मांगने आया है।
जनसंपर्क नहीं, जनसंवाद बना अभियान का आधार
इस जनसंपर्क अभियान की खास बात यह रही कि यह केवल राजनीतिक प्रचार नहीं बल्कि जनसंवाद का माध्यम बना। गांव की गलियों से लेकर खेतों की मेड तक, हर जगह लोगों ने दिल खोलकर बातें कीं और मिश्रा जी ने हर प्रश्न को गंभीरता से सुना और उसका उचित उत्तर दिया।
अंत में श्री संजीव मिश्रा ने कहा –
> “छातापुर विधानसभा क्षेत्र के लिए मेरा सपना है – हर गांव में खुशहाली, हर घर में रोजगार, हर हाथ में ताकत और हर बच्चा शिक्षा से लैस। यह सपना तभी पूरा होगा जब आप अपने लिए सही नेतृत्व का चयन करेंगे। राजनीति अब दिखावे की नहीं, बदलाव की होनी चाहिए।”